PM Vishwakarma Yojana Payment Status: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहारा देकर आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के अंतर्गत छोटे-मोटे काम करने वाले कारीगरों को, जो हाथों से काम करते हैं, 15,000 रुपये की सहायता दी जाती है ताकि वे अपने काम के औजार खरीद सकें और बेहतर काम कर सकें। इसके साथ ही, उन्हें सरकारी ट्रेनिंग भी मिलती है, जिसमें उनके हुनर को बढ़ाने पर जोर दिया जाता है। ट्रेनिंग के दौरान कारीगरों को प्रतिदिन 500 रुपये भी दिए जाते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर कुछ हद तक मदद होती है। इस योजना का उद्देश्य इन कारीगरों को ना सिर्फ आर्थिक रूप से बल्कि हुनर के मामले में भी सक्षम बनाना है।
अगर आपने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत आवेदन किया है और PM Vishwakarma Yojana Payment Status जानना चाहते हैं कि आपका पेमेंट आया है या नहीं, तो आप इसे ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के पेमेंट स्टेटस को कैसे चेक करें, इसके क्या-क्या फायदे हैं, और कौन लोग इसके लिए पात्र हैं।
PM Vishwakarma Yojana Payment Status – Overview
योजना का नाम | पीएम विश्वकर्मा योजना |
विभाग | सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम मंत्रालय, भारत सरकार |
उद्देश्य | टूलकिट खरीदने के लिए आर्थिक सहायता |
लाभार्थी | 18 प्रकार के पारंपरिक कारीगर |
आवेदन का माध्यम | ऑनलाइन |
आर्थिक सहायता राशि | 15,000 रुपये |
श्रेणी | सरकारी योजना |
आधिकारिक वेबसाइट | https://pmvishwakarma.gov.in |
PM Vishwakarma Yojana का लाभ किन्हें मिलेगा
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ उन पारंपरिक कारीगरों को मिलता है, जो छोटे-छोटे हाथ के काम करते हैं और आमतौर पर आर्थिक रूप से कमजोर हैं। इस योजना में शामिल कारीगरों में लोहार, सुनार, मोची, बुनकर, मछली पकड़ने वाले, धोबी, कुम्हार, ताला बनाने वाले, बढ़ई आदि जैसे कारीगर आते हैं। इन लोगों को सरकार की ओर से 15,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है ताकि वे अपने काम के औजार खरीद सकें और अपने काम में सुधार कर सकें। योजना का उद्देश्य इन कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें अपनी रोजी-रोटी कमाने में सहायक बनाना है।
योजना का लाभ पाने के लिए आवेदक को पारंपरिक कारीगर होना चाहिए और उसके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होनी चाहिए। इसके अलावा, लाभ पाने के लिए आवेदक का विश्वकर्मा समुदाय से होना आवश्यक है और परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी या राजनीतिक पद पर नहीं होना चाहिए।
पीएम विश्वकर्मा योजना के फ़ायदे
इस योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को कई तरह के लाभ मिलते हैं:
- टूलकिट खरीदने के लिए 15,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता: सरकार लाभार्थियों को टूलकिट खरीदने के लिए आर्थिक मदद देती है ताकि वे अपने काम को बेहतर बना सकें।
- 5 दिन की बेसिक ट्रेनिंग: योजना के तहत लाभार्थियों को 5 दिन की बेसिक ट्रेनिंग दी जाती है। कुछ कारीगरों को उनके काम की ज़रूरत के हिसाब से 15 दिन तक की ट्रेनिंग भी दी जाती है।
- ट्रेनिंग के दौरान 500 रुपये प्रतिदिन: ट्रेनिंग के दौरान कारीगरों को प्रतिदिन 500 रुपये दिए जाते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर कुछ सहारा मिलता है।
- टूलकिट खरीदने के लिए ई-वाउचर: ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सरकार की ओर से लाभार्थियों को टूलकिट खरीदने के लिए 15,000 रुपये का ई-वाउचर दिया जाता है।
- सर्टिफिकेट और कम ब्याज पर लोन: ट्रेनिंग के बाद लाभार्थियों को एक सर्टिफिकेट भी दिया जाता है, जो उनके काम के लिए मान्यता है। इसके अलावा, लाभार्थी 3 लाख रुपये तक का लोन 5% की ब्याज दर पर ले सकते हैं ताकि वे अपना काम बढ़ा सकें।
PM Vishwakarma Yojana Payment Status कैसे चेक करें
अगर आपने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत आवेदन किया है और जानना चाहते हैं कि आपका पेमेंट स्टेटस क्या है, तो आप इसे नीचे दिए गए तरीकों से चेक कर सकते हैं:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।
- भुगतान की स्थिति वाले ऑप्शन पर क्लिक करें: वेबसाइट पर लॉगिन करके “भुगतान की स्थिति” का विकल्प चुनें।
- बैंक डिटेल्स दर्ज करें: अब एक नई विंडो खुलेगी, जहां आपको अपने बैंक का नाम और अकाउंट नंबर दर्ज करना होगा।
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी: इसके बाद अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालें और “सेंड ओटीपी” पर क्लिक करें। आपके मोबाइल पर ओटीपी प्राप्त होगा, उसे दर्ज करके वेरीफाई करें।
- स्टेटस चेक करें: ओटीपी वेरीफाई करने के बाद, आपकी स्क्रीन पर पीएम विश्वकर्मा योजना का पेमेंट स्टेटस दिखाई देने लगेगा।
पीएम विश्वकर्मा योजना ई-वाउचर कैसे रिडीम करें
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत लाभार्थियों को 15,000 रुपये का ई-वाउचर मिलता है, जिसे वे टूलकिट खरीदने में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे रिडीम करने का तरीका है:
- नजदीकी अधिकृत विक्रेता के पास जाएं: ई-वाउचर प्राप्त करने के बाद अपने नजदीकी विक्रेता के पास जाएं, जो इस योजना के तहत टूलकिट प्रदान करता हो।
- वाउचर कोड दें: विक्रेता को अपना ई-वाउचर कोड दिखाएं, जो आपको सरकार की ओर से मिला है।
- टूलकिट प्राप्त करें: विक्रेता द्वारा वाउचर के बदले आपको टूलकिट दी जाएगी।
- ई-वाउचर का सही उपयोग: ध्यान रखें कि यह वाउचर सिर्फ टूलकिट खरीदने के लिए है और इसे अन्य किसी चीज में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
महत्वपूर्ण लिंक:
लिंक का नाम | लिंक |
आधिकारिक वेबसाइट | यहां क्लिक करें |
होमपेज | यहां क्लिक करें |
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FAQs
इस योजना का लाभ पारंपरिक कारीगर ले सकते हैं जो 18 श्रेणियों में आते हैं और अपने हाथों से काम करते हैं।
आप इसके लिए https://pmvishwakarma.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
हां, ट्रेनिंग के दौरान लाभार्थियों को प्रतिदिन 500 रुपये दिए जाते हैं।
लाभार्थियों को टूलकिट खरीदने के लिए 15,000 रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाती है।
ट्रेनिंग पूरी होने पर लाभार्थियों को टूलकिट खरीदने के लिए 15,000 रुपये का ई-वाउचर दिया जाता है।